दूनिया को जितना देखा, उतना सिखा, उतना जाना है | कोइ किसी का नही यहां पे, हर दूजा बेगाना हैं || दूनिया को जितना देखा, उतना सिखा, उतना जाना है. यहां सब को तोप चलाना हैं, अंबर के उपर जाना हैं | खूद को जो पहचान सके ना, वो पंडित मौलाना हैं || कोइ हिटलर है , कोइ गालिब है , कोइ बन बैठा दिवाना है. दूनिया को जितना देखा, उतlना सिखा, उतना जाना है. एक बात भूषण की मान जाव, खूद को तूम पहचान जाव | मिले ना मंजील विपरत पथ पे, पहले पथ को जान जाव || चलना होगा स्वयं ही तूझको , जहां भी तूझको जाना है. कोइ किसी का नही यहां पे, हर दूजा बेगाना हैं दूनिया को जितना देखा, उतना सिखा, उतना जाना है.
Thoughts of Bhushan Singh
█║▌█║▌│█║█║▌│▌▌2018© All Rights Reserved. ۩ Blogger V.I.P ACCOUNT ۩ Bhushan Singh is a highly Ambitious Person, who is Willing to Establish himself As a Film Writer in Bollywood . Bhushan Singh has done100 above songs and 50 shortfilms, And his most recently Written film #KRINA has been released in 2018, Bhushan Singh's 2nd film Gangs of Stupid Lovers" who are focused on serious issues like ragging is going to be released in 2019.